Friday, February 12, 2016

दरख़तों की कतारों में यूं दीवानगी छाई,
परिंदे चहक उठे जैसे ही सबा आई,
बारिश की बूंदों की मोसिकी़ जरा सुनिये
बुलबुलों के तरन्नुम की जब सदा आई।


अधर कुमार  (०५-०९-२०१५)

सबा = पुर्वा=eastern wind
मौसिकी़ = संगीत = music
तरन्नुम = मधुर संगीत = music
सदा = अवाज = sound

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