सर्द हवाओं ये एहसास दिलाती हैं,
की रिश्तों की गर्माहट कहीं खो गयी है,
पगडंडियों की नरम जमीं,
एक सख्त सड़क हो गयी है,
जिससे इंसान की तरह जानते थे हम,
उस आदमी से इंसानियत जुदा हो गयी है.
की रिश्तों की गर्माहट कहीं खो गयी है,
पगडंडियों की नरम जमीं,
एक सख्त सड़क हो गयी है,
जिससे इंसान की तरह जानते थे हम,
उस आदमी से इंसानियत जुदा हो गयी है.
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